अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में भारी गिरावट से मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) को जबरदस्त झटका लगा है। लंबे समय से देश की सबसे बड़ी कंपनी रही आरआईएल के हाथ से यह तमगा निकल गया। सोमवार को बाजार में भारी गिरावट के बाद अब आरआईएल को पीछे छोड़कर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) देश की सबसे बड़ी कंपनी बन गई है। बीएसई पर आरआईएल 12.35 फीसदी गिरकर 1,113.15 पर बंद हुआ। टीसीएस 6.88 फीसदी गिरकर 1,972.20 पर बंद हुआ।
टीसीएस से 34,389.75 करोड़ रुपए कम हो गया आरआईएल का बाजार मूल्य
सोमवार को बाजार बंद होने के बाद बीएसई पर रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण (एमकैप) 7,05,655.56 करोड़ रुपए पर आ गया। जबकि टीसीएस 7,40,045.31 करोड़ रुपए के बाजार पूंजीकरण के साथ देश की सबसे बड़ी कंपनी बन गई। ताजा शेयर भाव के मुताबिक आरआईएल का एमकैप टीसीएस से 34,389.75 करोड़ रुपए कम है।
एमकैप के लिहाज से देश की टॉप 10 कंपनियां
एमकैप की ताजा स्थिति के मुताबिक देश की टॉप 10 कंपनियां इस प्रकार हैं :
रैंक | कंपनी | मार्केट कैपिटलाइजेशन (करोड़ रु. में) |
1 | टीसीएस | 7,40,045.31 |
2 | रिलायंस इंडस्ट्रीज | 7,05,655.56 |
3 | एचडीएफसी बैंक | 6,03,279.72 |
4 | हिंदुस्तान यूनीलिवर | 4,59,537.39 |
5 | एचडीएफसी लिमिटेड | 4,59,537.39 |
6 | कोटक महिंद्रा बैंक | 3,02,024.26 |
7 | इन्फोसिस | 2,99,767.23 |
8 | आईसीआईसीआई बैंक | 2,95,871.46 |
9 | भारती एयरटेल | 2,70,732.03 |
10 | बजाज फाइनेंस | 2,41,903.07 |
कोरोना वायरस और प्राइस वार से तेल कीमतों में 32 फीसदी तक गिरावट
कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार के कारण कच्चे तेल की मांग में जबरदस्त गिरावट आई है। दूसरी ओर तेल निर्यातक देशों के संगठन ओपेक और रूस के बीच तेल उत्पादन घटाने पर सहमति नहीं बनने के बाद प्राइस वार शुरू हो गया है। सऊदी अरब ने तेल उत्पादन बढ़ाने का भी संकेत दिया है। इसके कारण तेल कीमत में जबरदस्त गिरावट आई है।30 दिसंबर को ब्रेंट क्रूड करीब 70 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। सोमवार को इंट्राडे कारोबार में इसने 31.82 फीसदी गिरकर 31.02 डॉलर प्रति बैरल का निचला स्तर छू लिया।
10 लाख करोड़ एमकैप हासिल करने वाली देश की पहली कंपनी है आरआईएल
रिलायंस इंडस्ट्रीज देश में 10 लाख करोड़ रुपए से अधिक का एमकैप हासिल करने वाली पहली कंपनी है। गत साल 20 दिसंबर को बीएसई पर इसके शेयरों ने 1,617 रुपए का रिकॉर्ड स्तर हासिल किया था। इसके बाद से आरआईएल के शेयर करीब 32 फीसदी या 500 अंकों से अधिक लुढ़क चुके हैं।